महाकुंभ के बाद पहला अमृत स्नान | 15–20 करोड़ श्रद्धालुओं की आस्था का महासंगम
प्रयागराज का माघ मेला 2026 एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण आयोजन बनने जा रहा है। यह वही मेला है जो 144 वर्षों बाद आयोजित महाकुंभ 2025 के तुरंत बाद पहली बार लग रहा है। इस कारण से इसे "पहला अमृत स्नान" माना जा रहा है, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है।
🌊 क्यों है यह माघ मेला विशेष?
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यह महाकुंभ 2025 के तुरंत बाद हो रहा है, जिससे इसकी पवित्रता और महत्व कई गुना बढ़ गया है।
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जिन श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में स्नान नहीं किया, उनके लिए यह एक दूसरा दुर्लभ अवसर है — जहां डुबकी लगाने से अमृत फल की प्राप्ति मानी जा रही है।
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इस बार के मेले को लेकर प्रशासन, साधु-संत, संघ और अखाड़ा परिषद विशेष रूप से सक्रिय हैं।
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सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए यह आयोजन एक सांस्कृतिक क्रांति की तरह देखा जा रहा है।
🚩 मोदी-योगी नेतृत्व और संत समाज का आह्वान
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह मेला सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्र और धर्म की चेतना का पुनर्जागरण है। संत समाज, धर्माचार्य, सन्यासियों और लाखों कल्पवासियों के सान्निध्य में यह आयोजन एक वैदिक ऊर्जा का केंद्र बनेगा।
🙏 अनुमानित भीड़: 15 से 20 करोड़ श्रद्धालु
इस बार प्रयागराज माघ मेला में 15 से 20 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है — जो इसे विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक जनसमागम बना सकता है।
देश ही नहीं, विदेशों से भी लाखों श्रद्धालु इस आयोजन में भाग लेंगे। प्रशासन और व्यवस्था को उसी स्तर पर तैयार किया जा रहा है।
📅 प्रमुख स्नान तिथियाँ:
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पौष पूर्णिमा – 13 जनवरी 2026
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मकर संक्रांति – 14 जनवरी 2026
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मौनी अमावस्या (मुख्य स्नान) – 29 जनवरी 2026
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बसंत पंचमी – 3 फरवरी 2026
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माघी पूर्णिमा – 12 फरवरी 2026
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महाशिवरात्रि – 15 फरवरी 2026
🧘♂️ कल्पवास और तपस्या
संगम तट पर रहने वाले कल्पवासी एक माह तक संयम, सेवा और साधना का जीवन व्यतीत करते हैं। यह जीवनशैली आत्मा की शुद्धि और मोक्ष की ओर एक कदम मानी जाती है।
⛺ टेंट और रहने की सुविधा
प्रयागराज में टेंट सिटी, धर्मशालाएं, होटल और होमस्टे की सुविधा पहले से बेहतर बनाई गई है। अब श्रद्धालु पहले से ही ऑनलाइन बुकिंग करके ठहरने की व्यवस्था कर सकते हैं।
👉 बुकिंग के लिए वेबसाइट पर जाएं: https://mahakumbhprayagraj2025.com
🌍 विदेशों से भी आकर्षण
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UNESCO द्वारा कुंभ परंपरा को विश्व धरोहर मान्यता प्राप्त।
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माघ मेले में कई विदेशी श्रद्धालु, रिसर्च स्कॉलर और मीडिया संस्थान भी भाग लेंगे।
🚉 कैसे पहुँचें प्रयागराज?
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हवाई मार्ग: प्रयागराज एयरपोर्ट से केवल 15 किमी
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रेल मार्ग: प्रयागराज जंक्शन व प्रयाग घाट
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सड़क मार्ग: NH-19 व NH-35 से जुड़ा हुआ
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. माघ मेला 2026 कब से शुरू होगा?
माघ मेला 2026 की शुरुआत पौष पूर्णिमा 13 जनवरी से होगी और शिवरात्रि 17 फरवरी 2026 तक चलेगा।
2. इस बार कितनी भीड़ की संभावना है?
इस बार 15–20 करोड़ श्रद्धालुओं की संभावित उपस्थिति है।
3. कहाँ ठहरने की व्यवस्था है?
टेंट सिटी, होटल, धर्मशाला और होमस्टे — सबकी ऑनलाइन बुकिंग उपलब्ध है।
📞 संपर्क जानकारी:
🔹 वेबसाइट: mahakumbhprayagraj2025.com
🔹 WhatsApp: +91-8005134268
🔹 ईमेल: info@mahakumbhprayagraj2025.com